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एक कविता बड़ी पिरामिड वाली : डिलीट … डिलीट…

hamaradesh-hamaradard
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कविता का परिचय

यह कविता एक बड़े पिरामिड कि शक्ल में है जिसमे कुल १५ लाइन हैं

पहिली लाइन में एक अक्षर …दूसरी में दो अक्षर …इसी प्रकार १५ वी

लाइन में कुल पंद्रह अक्षर है ..यह प्रस्तुति सामान्य  सात लाइन वाले

से अलग और विषेस है ..


कविता – डिलीट …डिलीट …


वो
बोली
फोन को
बार   बार
लगाते क्यों
हर बार   जब                                                                                    
जान के  न उठाया
मैंने  हर   बार   उसे
क्यों  न समझते  मुझे
नहीं करनी कोई  भी बात
आपसे न अच्छी न ही बुरी
अरे ऐसा क्यों   कहती हो तुम
पगली सुनो तो सही मेरी बात भी
वो बोली न न  तो मैं बोला फिर अपने
सारे सम्बन्ध आज से   डिलीट   डिलीट

नोट:- फिर मैंने सचमुच कर दिये उससे अपने सारे सम्बन्ध डिलीट डिलीट
दिल से… दिमाग से ..मोबाइल फोन से और यादों से भी..

.

(समाप्त)

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